मैथिली किस्सा – गोनू झाक बिलाड़ी
मैथिली किस्सा - एक बेर राजाकें इच्छा भेलनि अत्यंत चतुर दरबारीक। एहि दृष्टिसं ओ दरबारी सभक एकटा बैसार आयोजित कयलनि। बैसारमे ओ कहलनि जे हमरा एकटा अत्यंत चतुर दरबारीक प्रयोजन अछि। ओकरा हम विचारकक रूपमे नियुक्त कर चाहैत छी, संगहि एहि विधायमे पारंगत व्यक्तिकें किछु बहुमूल्य उपहार देब चाहैत छी।
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